Author: admin
हमारे ऋषियों द्वारा बताए गए चार पुरुषार्थ (मानव जीवन के लक्ष्य) धर्म, अर्थ ,काम और मोक्ष हैं। मोक्ष अंतिम लक्ष्य है जिसका अर्थ है जन्म और मृत्यु के चक्र से बचना। सुषुम्ना क्रिया योग इस चक्र से मुक्ति पाने की एक विधि है। प्रत्येक महीने की 14 तारीख को घटते चंद्रमा (कृष्ण पक्ष) के दौरान, जो अमावस्या (अमावस्या का दिन) से पहले की रात भी होती है, शिवरात्रि के रूप में मनाई जाती है। प्रत्येक शिवरात्रि की रात मानव प्रणाली के भीतर ऊर्जाओं का एक प्राकृतिक उभार होता है। इस ऊर्जा का उपयोग केवल वे लोग कर सकते हैं जिनके…