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49 दिन आध्यात्मिक शुद्धिकरण – सप्ताह २:

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द्वितीय सप्ताह में क्या क्या है ये देखने के लिए क्या आप उत्तावले हो रहे हैं? हमारे काफी सदस्यों से हमें बहुत अछि प्रतिक्रिया मिली है।आप सब के लिए यह सब अच्छा फलदायी हो ,ये आशा करते हुए ,हम आगे बढ़ते हैं।इस सप्ताह में नये सामग्री के साथ पिछले हफते के सामग्री भी हैं।इस सप्ताह जीरा, दालचीनी, काली मिर्ची ,लौंग का प्रयोग करेंगे| तो तैयार हो जाइए।

  • जीरा

जीरा भारत और मिस्र(इजिप्ट) ,दोनों देशों में आध्यात्मिक और कयी अन्य वजह के लिए उपयोग किया जाता है।आधुनिक पुस्तकों में मनोहर चिकित्सा के गुणों के बारे में लिखा गया है।रक्त कणों को पवित्र करके विषाक्त पदार्थों को दूर करके हमारे आंत्र उत्तेजक करता है।आध्यात्मिक प्रसंगों में यह सूचित है कि ये शरीर में शक्ति प्रकंपन्नों को उत्तेजित करता है।

  • काली मिर्ची

काली मिर्ची के दाने पेट या पाचन शक्ति को ठीक रखते हैं,जिससे भूख पैदा होने का सहयोग मिलता है।काली मिर्ची के दाने से पाचक रस उत्पादित होता है जिससे खाना हज़म होने में, सहयोग होता है।यह मोटापा घटाने के लिए एवं मेटाबॉलिज्म ज्यादा करने में सहयोग करता है।इसे मसालों का राजा माना जाता है क्योंकि इसके बहुत फैदेमंद गुण हैं।इसमें सज्ञानात्मक एवं जीवाणुरोधी गुण एवं आँक्सीकरणरोधी के गुण हैं।इसे पानी में उबालकर पिया जाए तो, सर्दी एवं श्वास के संबंधित तकलीफों से राहत मिलेगा ।

  • दालचीनी

दालचीनी शरीर के नाडी़ मंडल को शुद्ध करता है।इसमें औषधीय गुण भी है।ये शरीर में बुरा गंध जो दूषीत खान- पान से पैदा होता है ,वह गन्दगी निकलता है।इसमें जोड़ने एवं संतुलन पैदा करने वाले गुण के कारण ये भौतिक, मानसिक और आत्मा पर अनुकरण करता है, जिससे ध्यान स्थिति में सुलभ से लय हो सकते हैं।इसको लेने से शरीर से अच्छी खुशबू निकलती है।इससे मुधुमेह ठीक होता है और शरीर में सूर्य प्रतान को नियंत्रित करता है।

  • लौंग

आध्यात्मिक ध्यान अभ्यास हमें यह दिखाता है कि लौंग दिमाग पर कैसे असर करता है।लौंग दिमाग को उत्तेजित करता है।यह आपके योगदान एवं इरोदों को प्रकाशित करता है।इसे आध्यात्मिक शक्ति प्रकंपन्न एवं दिव्य दृष्टि कि जडीबुटी माना जाता है।ये पवित्र जडीबुटी है जो मंदिरों में कुछ देवी-देवताओं को चढ़ाया जाता है।

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